आजकल पार्किंग की बडी आफ़त हो गयी है. आदमी एक बार गाडी ले भी ले; पेट्रोल का भी इंतजाम कर ले; पर पार्किंग के लिए जगह ला पाना नामुमकिन के बराबर हो गया है. सड़कों पर आधी जगह तो 'नो पार्किंग' के बोर्ड लगे रहते है; और समझ-बूझ कर आप सही जगह गाडी लगा भी दो, तो आप यकीं से नहीं कह सकते की आपकी गाडी सलामत रहेगी. 'Towing' वाले जो घूमते रहते है. बंदा करे भी तो क्या करे?
यही कुछ हाल अगर अंदाज़ - ए - ग़ालिब में बयाँ करना हो, तो कुछ यूं कहा जाएगा ट्राफिक हवलदार यानी के 'मामा' से
‘’मामा’ पार्किंग करने दे बीच सडक पर
या वो जगह बता दे जहां टोविंग नही हो’
यही कुछ हाल अगर अंदाज़ - ए - ग़ालिब में बयाँ करना हो, तो कुछ यूं कहा जाएगा ट्राफिक हवलदार यानी के 'मामा' से
‘’मामा’ पार्किंग करने दे बीच सडक पर
या वो जगह बता दे जहां टोविंग नही हो’
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